ई-बाइक एजेंसी दिलाने के नाम पर 18.50 लाख की ठगी
■ई-बाइक एजेंसी दिलाने के नाम पर 18.50 लाख की ठगी
■होटल मालिक की तहरीर पर पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
■नारायण सिंह रावत
■सितारगंज। ई बाइक की एजेंसी दिलाने के नाम पर कुछ लोगों ने होटल मालिक से 18.50 लाख की ठगी की। पुलिस ने आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया है।अवतार सिह पुत्र मलकीत सिंह निवासी ग्राम चीकाघाट, थाना सितारगंज ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि खटीमा रोड, सितारगंज में दुकान है। उनके होटल में कुछ समय पूर्व सुभाष चन्द दास निवासी वार्ड नं0-7 काली मंदिर रूद्रपुर आया, और उक्त सुभाष चन्द दास द्वारा बताया गया कि करनाल, हरियाणा में मेरे पहचान के कुछ लोग है जो सितारगंज में ई-स्कूटी एसएसटी नाम से चलायेगे। उसने होटल में एजेंसी खोलने का प्रस्ताव दिया। इस बीच वह सुभाष चन्द दास की बातों में आ गया। सुभाष चन्द दास द्वारा प्रार्थी को माह अगस्त, 2023 में राजपाल निवासी करनाल, हरियाणा व सतीश बरनवाल व डा संजीव कुमार रनावत से मिलाया। सभी होटल में आये और बताया कि हमारी शिव शक्ति ट्रेडर्स नाम की फर्म है और हम लोग वहां पर ई-स्कूटी का व्यवसाय करते है। हम उक्त कम्पनी के डिस्ट्रब्यूटर हैं। हमारी फर्म की स्वामी गीता ढल्ल हाऊस नं0-4366 अर्बन एक्टेट डिफेन्स कालोनी जींद, हरियाणा में है। उन लोगों के साथ मलिकराज इलैक्ट्रीशियन भी था। उक्त लोगों द्वारा प्रार्थी को अपने कम्पनी (फर्म) का रजिस्ट्रेशन नम्बर व जीएसटी नम्बर भी बताया। उनके दस्तोवजों को देखकर संतुष्ट हो गया और 23 अगस्त को एक समझौता किया। जिसके तहत वह व उसका पुत्र अमर सिंह गिल को डिस्ट्रब्यूशन करने का मौका दिया गया। इसी दिन गीता ढल्ल व सुभाष चन्द दास व उक्त सभी लोगों के समक्ष 5,00,000/- (पांच लाख रूपये) उक्त लोगों को नकद दिए। उसके बाद 13,50,000, 04 सितंबर 2023 को अपने होटल में नकद दिए। दिनांक-05-09-2023 को प्रार्थी द्वारा अपने बैंक, बैंक आफ बडौदा शाखा सितारगंज उधम सिंह नगर से उक्त शिव शक्ति फर्म में अपने खाता सं0-00860100006694 से आई०सी०आई०सी०आई शाखा जींद जिसका आई०एफ०सी०कोड ICZC0000503 और उक्त नम्बर-050305003099 से शिव शक्ति ट्रेडर्स के नाम फर्म में आर.टी.जी.एस. किया गया। फर्म ने 32,00,000 लाख लेकर 35 दिन के भीतर एजेन्सी शुरू कराने का आश्वासन दिया। परन्तु अब तक उकउक्त सभी लोगो द्वारा प्रार्थी के साथ छल कपट व धोखाधडी कर कूटरचित दस्तावेज बनाकर प्रार्थी की मेहनत की कमाई गयी रकम को हड़प लिया है।