सितारगंज में नकली हर्बल दवा के कारोबार का भंडाफोड
हर्बल के नाम पर विभिन्न बीमारियों के इलाज के नाम पर ऑनलाइन बेची जा रही थी दवाइयां
मौके से हर्बल लिखा चूर्ण, कैप्सूल, ड्राप, मुर्गा दाना लिखा कट्टे व कुछ मशीनें बरामद
■ नारायण सिंह रावत
सितारगंज। एसटीएफ और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने थारु गौरीखेड़ा क्षेत्र में नकली हर्बल दावों के कारोबार का भंडाफोड़ किया है। हर्बल दवाओं के नाम पर भारी मात्रा में चूर्ण, कैप्सूल, पाउडर मिला। दवाओं में किसी ब्रांड के रैपर,टैग नही लगे थे। इन दवाओं की ताकत बढ़ाने और बीमारियों के इलाज के लिए ऑनलाइन बिक्री की जा रही थी।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल के मुताबिक मौके से टीम को मुर्गा लिखे हुए चूर्ण के कट्टे मिले हैं। इसी चूर्ण को प्लास्टिक के कैप्सूलों में भरा गया है। सम्बन्धित विभाग द्वारा इन दवाओं के सैंपल लिये गये हैं। हर्बल दवा के नाम पर ऑनलाइन दवा बेचने वाले दो लोगों के द्वारा इस मकान को किराये पर लिया गया था। चार माह से बिना लाइसेंस दोनों इस मकान में दवाओं को बनाकर ऑनलाइन व्यापार कर रहे थे। इनके द्वारा विभिन्न बीमारियों के इलाज में पार्सल से दवा भेजकर मोटी रकम वसूली जा रही थी, एक डिब्बे के 1575 रु. वसूले जाते थे। सभी प्रकार की बीमारियों में एक ही प्रकार की दवा भेजी जाती थी। इन दवाओं के सम्बन्ध में फोरेसिंक जांच से ही वास्तविकता सामने आ पाएगी। फिलहाल बरामद दवाइयों और मकान को सीलबन्द कर दिया गया है।
आरोपियों का विवरण
1.सलमान पुत्र मोहम्मद हनीफ निवासी ग्राम उदयपुर थाना अमरिया जिला पीलीभीत
- फैजान पुत्र मोहम्मद हनीफ निवासी ग्राम उदयपुर थाना अमरिया जिला पीलीभीत
बरामदगी का विवरण
- 500 डिब्बे पैक्ड दवाईयाँ
- 500 कैप्सूल
- 3 कट्टे में रॉ-मैटेरियल
- 2 मशीनें
उत्तराखण्ड एसटीएफ टीम
निरीक्षक एमपी सिंह, उनि विपिन जोशी, उप निरीक्षक केजी मठपाल, अउ निरीक्षक प्रकाश भगत, मुख्य आरक्षी जगपाल सिंह, मुख्य आरक्षी गोविंद सिंह, मुख्य आरक्षी किशोर कुमार, मुख्य आरक्षी रविंद्र बिष्ट, मुख्य आरक्षी महेन्द्र गिरि, आरक्षी इसरार अहमद, आरक्षी अमरजीत सिंह आदि शामिल रहे!