-उत्तराखण्ड-
||||मौसम अपडेट|||||
पश्चिमी विक्षोभ होगा सक्रिय. होगी बरसात और बर्फबारी. मौसम विभाग।।
■ नारायण सिंह रावत
देहरादून: मौसम विभाग में उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है मौसम विभाग ने 3 नवंबर को उत्तरकाशी चमोली एवं पिथौरागढ़ के 4000 से उच्च हिमालय क्षेत्र में वर्षा और बर्फबारी की संभावना जताई है जिसके बाद ठंड में और बढ़ोतरी होने की संभावना है। जबकि देहरादून समेत मैदानी क्षेत्रों में इस समय मौसम साफ रहने की उम्मीद है। उत्तराखंड में मौसम का मिजाज पल-पल बदल रहा है।
पर्वतीय क्षेत्र में ठंड ठीक-ठाक पड़ने लगी है जबकि मैदानी क्षेत्रों में सुबह शाम की ठंड लोगों को कंपा रही है। मौसम विभाग के अनुसार बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कहीं-कहीं बारिश और बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के अन्य जिलों में मौसम शुष्क बना रहेगा।
उत्तराखंड में पहाड़ों पर सुबह शाम कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। बर्फ़बारी के चलते तापमान गिरने लगा है। मौसम विज्ञान केंद्र की निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते अब बारिश होने की संभावना है।
उत्तराखंड में मौसम शुष्क है लेकिन मौसम विभाग ने आज से कहीं-कहीं मौसम का मिजाज बदलने के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण हिमालय क्षेत्र में मौसम का मिजाज बदल सकता है।
चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में हल्की बारिश हो सकती है। 4000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र में हिमपात हो सकता है। उत्तराखंड में शीतकाल शुरू होने पर बादल बेहद कम बरसे हैं। खासकर उधम सिंह नगर और चंपावत में बारिश नहीं के बराबर हुई है।
प्रदेश में ओवरऑल वर्ष सामान्य के सापेक्ष 20 मिलीमीटर क्योंकि 35% काम है। अक्टूबर में सामान्य तौर पर 35 से 38 मिमी वर्षा होती है। लेकिन पिछले वर्ष अक्टूबर में जून में 112 मिमी और वर्ष 2021 में 54 मिमी वर्षा हुई है।
इस क्रम में इस बार में 21 मिमी ही वर्षा हुई है जो बेहद कम है। इससे पहले वर्ष 2020 में जून में अक्टूबर सूखा रहा और बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई। बीते 10 वर्षों में दो बार ऐसे हुआ है कि जब पूरा अक्टूबर सूखा रहा। वर्ष 2017 में भी दून में बारिश नहीं हुई थी।